Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE
Wednesday, July 9

Pages

Classic Header

Top Ad

ब्रेकिंग :

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

हत्या की खौफनाक साजिश का खुलासा – वकील दंपत्ति ने क्लाइंट की 30 लाख के लिए की निर्मम हत्या, दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार

रायपुर।  राजधानी रायपुर में पेशे से वकील एक व्यक्ति और उसकी पत्नी ने मिलकर अपने ही क्लाइंट की नृशंस हत्या कर दी। मृतक के 30 लाख रुपये निजी ...




रायपुर। राजधानी रायपुर में पेशे से वकील एक व्यक्ति और उसकी पत्नी ने मिलकर अपने ही क्लाइंट की नृशंस हत्या कर दी। मृतक के 30 लाख रुपये निजी हित में खर्च कर लेने के बाद जब वह रकम की वापसी की मांग करने लगा, तो आरोपियों ने उसकी हत्या की खौफनाक साजिश रची और उसे अंजाम तक पहुँचाया। इस अंधे कत्ल की गुत्थी को रायपुर पुलिस की एण्टी क्राइम एंड साइबर यूनिट व थाना डी.डी. नगर की संयुक्त टीम ने सुलझाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी अंकित उपाध्याय व उसकी पत्नी शिवानी शर्मा को दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाइट से उतरते ही दबोचा गया।

घटना की शुरुआत - एक लावारिस पेटी से निकला कत्ल का राज

23 जून को डी.डी. नगर थाना क्षेत्र के इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी के पीछे एक सूनसान नाले के पास एक टिन की पेटी से बदबू आने की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा कि लाल रंग के ट्रॉली बैग में एक शव बंद है और ऊपर सीमेंट डाला गया है। प्रारंभिक जांच में यह साफ हो गया कि यह कोई साधारण मामला नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है। मृतक के दोनों पैर बंधे थे और शव बुरी तरह सड़ चुका था।

तत्काल पुलिस एक्शन – पांच टीमों का गठन

रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री अमरेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशन में इस अंधे कत्ल की साजिश को उजागर करने पांच टीमें बनाई गईं। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, फॉरेंसिक एक्सपर्ट व डॉग स्क्वाड की मदद ली गई और मुखबिरों को सक्रिय किया गया। तकनीकी विश्लेषण और सतर्कता ने एक अहम सुराग दिया – एक अल्टो कार में चार लोग एक भारी पेटी लेकर जाते देखे गए थे।

जुर्म का मास्टरमाइंड – वकील और उसका छल

जांच में सामने आया कि अंकित उपाध्याय नामक व्यक्ति, जो खुद को वकील बताता है, ने मृतक किशोर पैकरा से पहले उसका केस लड़ने और मकान वापस दिलवाने के नाम पर पैसे लिए। बाद में उसने मृतक के मकान को 30 लाख रुपये में बेच भी दिया और पैसे खुद खर्च कर लिए। जब किशोर पैकरा ने पैसे लौटाने का दबाव बनाया, तो परेशान होकर उसने अपनी पत्नी शिवानी शर्मा के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची।

हत्या की पूरी साजिश - धोखे से ले गया किराए के कमरे में

अंकित उपाध्याय ने नकली आधार कार्ड के जरिये धमतरी निवासी से पुरानी अल्टो कार खरीदी, और इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी में 19 जून को किराए का कमरा लिया। 21 जून की सुबह वह मृतक को बहला-फुसलाकर किराए के कमरे में ले गया। थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी शिवानी भी पहुंची। दोनों ने मिलकर पहले उसका गला दबाया, फिर चाकू से उसकी हत्या कर दी।

शव के निपटारे की तैयारी – सीमेंट, ट्रॉली बैग और टिन की पेटी

शव को पहले ट्रॉली बैग में रखा गया, फिर बदबू रोकने परफ्यूम छिड़का गया। 22 जून को गोलबाजार से एक टिन की पेटी खरीदी गई और शव को उसमें डालकर सीमेंट से ढक दिया गया। लेकिन वजन अधिक होने के कारण खुद नहीं उठा पाने पर आरोपी पति-पत्नी ने अपने परिचित विनय यदु और सूर्यकांत यदु की मदद ली। चारों ने मिलकर शव से भरी पेटी को अल्टो कार में रखकर सूनसान स्थान पर फेंक दिया।

दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार – उड़ान से पहले ही पकड़े गए आरोपी

हत्या के बाद अंकित उपाध्याय और शिवानी शर्मा 23 जून की रात को दिल्ली भागने की फिराक में थे। दिल्ली एयरपोर्ट पर विमान के उतरते ही रायपुर पुलिस के अलर्ट से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम को दिल्ली रवाना किया गया, जहां आरोपियों से गहन पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हुआ।

घटना में मददगार भी गिरफ्तार

जांच के दौरान जिन दो व्यक्तियों – विनय यदु और सूर्यकांत यदु – ने शव को ठिकाने लगाने में मदद की, उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया। इनकी मदद से शव को ट्रांसपोर्ट कर disposal site तक ले जाया गया।

अभियुक्तों के कब्जे से बरामदगी

  • घटना में प्रयुक्त अल्टो कार (CG 04 B 7744)
  • दो दोपहिया वाहन
  • पांच मोबाइल फोन
  • फर्जी दस्तावेज और अन्य साक्ष्य

पंजीबद्ध अपराध

आरोपियों के खिलाफ थाना डी.डी. नगर में अपराध क्रमांक 255/25 धारा 103(1), 238क, 61(2), 3(5) बी.एन.एस. के तहत अपराध दर्ज किया गया है।

गिरफ्तार आरोपी

  1. अंकित उपाध्याय, 31 वर्ष – पेशे से वकील, हत्या का मास्टरमाइंड
  2. शिवानी शर्मा, 24 वर्ष – अंकित की पत्नी, साजिश की साथी
  3. विनय यदु, 23 वर्ष – शव निपटाने में मददगार
  4. सूर्यकांत यदु, 21 वर्ष – शव निपटाने में मददगार

पुलिस टीम को मिलेगा इनाम

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा इस सनसनीखेज हत्या की गुत्थी सुलझाने वाली पुलिस टीम को नगद इनाम देने की घोषणा की गई है।

फॉरेंसिक और तकनीकी विशेषज्ञों की भूमिका

इस पूरी जांच में फॉरेंसिक अधिकारी डॉ. भास्कर बनर्जी और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट उप पुलिस अधीक्षक श्री अजय साहू की टीम ने अहम भूमिका निभाई।


No comments

राष्ट्रीय स्तर की 'लखपति महिला पहल' क्षेत्रीय कार्यशाला का आ...

नेशनल फुटबॉल खिलाड़ी किरण पिस्दा का जिला प्रशासन बालोद ने किय...

हुकुमचंद मिल के समान, ग्वालियर-रतलाम के मिल मजदूरों को भी दि...

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में साइ...

स्वतंत्रता दिवस के गरिमामय आयोजन हेतु शासन ने जारी किए दिशा-...

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के प्रयासों से मनेंद्र...

किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण

पीडीएस के तहत माह जुलाई के लिए 816 किलोलीटर केरोसिन का आबंटन

श्रम कल्याण केन्द्रों का होगा उन्नयन

छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के संचालक मंडल की बैठक में मजदूर ...